2024-25 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह 20.3% बढ़कर 19.2 लाख करोड़ रुपये हो गया
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों से पता चला है कि 2024-15 में अब तक सरकार द्वारा सकल प्रत्यक्ष कर
संग्रह सालाना आधार पर 20.32 प्रतिशत बढ़कर 19.21 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इसी अवधि के दौरान सकल कर संग्रह 15.96 लाख करोड़ रुपये था।
शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह की बात करें तो यह एक साल पहले की समान अवधि के 13.59 लाख करोड़ रुपये से 16.45 प्रतिशत बढ़कर 15.82 लाख करोड़ रुपये हो गया।
इस अवधि के लिए रिफंड 42.49 प्रतिशत बढ़कर 3.38 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 2.37 लाख करोड़ रुपये था।
प्रत्यक्ष करों में आम तौर पर कॉर्पोरेट कर, व्यक्तिगत आयकर, प्रतिभूति लेनदेन कर, समतुल्य शुल्क, फ्रिंज लाभ कर, संपत्ति कर, बैंकिंग नकद लेनदेन कर, होटल रसीद कर, ब्याज कर, व्यय कर, संपत्ति शुल्क और उपहार कर शामिल होते हैं।
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